शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता और नवाचार के लिए पहचाने जाने वाले आईईएस कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कॉलेज को ऑटोनॉमस स्टेटस प्रदान किया है। यह मान्यता न केवल कॉलेज के शैक्षणिक उत्कृष्टता को दर्शाती है, बल्कि इसे पाठ्यक्रम, परीक्षा और नवाचार में अधिक स्वायत्तता भी प्रदान करेगी।
एनआईआरएफ रैंकिंग में स्थान
आईईएस कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी को वर्ष 2024 में नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में इंजीनियरिंग श्रेणी में स्थान प्राप्त हुआ। यह उपलब्धि कॉलेज के लगातार उच्च शैक्षणिक मानकों, अनुभवी फैकल्टी, अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और शोध-नवाचार पर विशेष ध्यान का परिणाम है।
सभी कोर्स एनबीए से मान्यता प्राप्त
आईईएस भोपाल, प्रदेश का एकमात्र कॉलेज है जिसके सभी इंजीनियरिंग कोर्स भारत सरकार के प्रतिष्ठित नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन (NBA) से मान्यता प्राप्त हैं। इसका अर्थ है कि यहां से पढ़ने वाले छात्र न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने कोर्स और डिग्री की मान्यता के साथ करियर बना सकते हैं।
2025 बैच का शानदार प्लेसमेंट
कॉलेज के 2025 बैच ने प्लेसमेंट में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जून 2025 में पासआउट होने वाले छात्रों का चयन देश की कई टॉप कंपनियों में हुआ है। इनमें आईटी, मैन्युफैक्चरिंग, कंसल्टेंसी और कोर इंजीनियरिंग कंपनियां शामिल हैं।
सबसे बड़ी उपलब्धि कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की छात्रा सन्वी शुक्ल को मिली, जिन्हें 21 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर चयनित किया गया। यह आंकड़ा न केवल आईईएस बल्कि भोपाल के तकनीकी शिक्षा जगत के लिए भी गर्व की बात है।
भविष्य के लिए मजबूत आधार
ऑटोनॉमस स्टेटस मिलने के बाद आईईएस कॉलेज अब अपने कोर्स को उद्योग की मांग और तकनीकी प्रगति के अनुरूप तेज़ी से अपडेट कर सकेगा। साथ ही, परीक्षा प्रणाली और शोध परियोजनाओं में भी अधिक स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए बेहतर तरीके से तैयार किया जा सकेगा।
शिक्षा और उद्योग का संगम
आईईएस कॉलेज का विज़न केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि छात्रों को रोजगार योग्य, नवाचारी और वैश्विक नागरिक बनाना है। नियमित इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, लाइव प्रोजेक्ट्स, स्टार्टअप इंक्यूबेशन और रिसर्च के अवसर छात्रों को तकनीकी दुनिया में आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित करते हैं।
